बिचौलिये की भूमिका एक चैनल के पत्रकार द्वारा निभाये जाने की चर्चा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। कोतवाली नगर क्षेत्र में निर्माणाधीन भवन पर प्राधिकरण द्वारा की गयी कार्रवाई की खबर को रोकने के लिए कुछ मीडिया कर्मियों को ऑब्लाइज किये जाने की बात सामने आ रही है। आरोप हैं कि निर्माणाधीन भवन के स्वामी और कुछ मीडिया कर्मियों के बीच बिजौलिये की भूमिका एक चैनल के पत्रकार द्वारा निभाये जाने की चर्चा शहरभर में की जा रही है। जिसको लेकर शहर के गणमान्य लोगों और बु़िद्धजीवियों में हैरानी जताई जा रही है। ऐसे मीडिया कर्मियों की वजह से आम लोगों में पत्रकारों की छवि भी सवाल खड़े हो रहे है। जिसको लेकर शहर के आम पत्रकार भी ऐसे मीडिया कर्मियों की करतूतों से क्षुब्ध है।
बताते चले कि मंगलवार की सुबह प्राधिकरण टीम द्वारा कोतवाली नगर स्थित जोधामल रोड़ स्थित एक निर्माणाधीन भवन के चतुर्थ तल पर सील की कार्यवाही करने के बावजूद निर्माणाधीन भवन स्वामी द्वारा रातों रात लिंटर डाल दिया। जिसकी भनक लगते ही प्राधिकरण सचिव के नेतृत्व में एक टीम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची। जिसने मिली शिकायत को सही पाते ही एसडीएम की मौजूदगी में चतुर्थ तल के निर्माण की कुछ शटरिंग हटाते हुए दोबारा सील की कार्यवाही की गयी। इतना ही नहीं प्राधिकरण टीम ने द्वितीय व तृतीय तल पर भी अनाधिकृत निर्माण मानते हुए उन दोनों तलों को भी सील कर दिया। इससे पूर्व प्राधिकरण की ओर से निर्माणाधीन भवन स्वामी आकाश शर्मा के खिलाफ कोतवाली नगर में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया गया।
प्राधिकरण द्वारा सील के बावजूद निर्माण कराने पर गम्भीरता दिखाते हुए कड़ा एक्शन लिया था। प्राधिकरण की कार्रवाई की भनक लगते ही क्षेत्र में चर्चाओं को दौर शुरू हो गया। आरोप हैं कि प्राधिकरण की कार्रवाई की कवरेज को रोकने के लिए निर्माणाधीन भवन स्वामी ने कुछ मीडियां कर्मियों को ऑब्लाइज किया गया। जिसके लिए उसके द्वारा एक चैनल पत्रकार की मदद लिए जाने की बात सामने आ रही है। आरोप हैं चैनल के पत्रकार ने कुछ मीडियां कर्मियों से सम्पर्क साधकर खबर ना लगाने के लिए उनको ऑब्लाइज किया। जिसकी शहरभर में चर्चा आम की जा रही है। जिसको लेकर शहर के गणमान्य लोगों और बु़िद्धजीवियों में हैरानी जताई जा रही है। ऐसे मीडिया कर्मियों की करतूतों से शहर के लोगों में आम पत्रकारों की छवि पर सवाल खड़े होने लगे है। निर्माणाधीन भवन प्रकरण मामले में छानकर सामने आ रही खबरों से आम पत्रकार अपनी छवि को लेकर चिंतित नजर आ रहे है।