
पुलिस मारपीट प्रकरण में 10 कर्मियों को पूर्व में गिरफ्तार कर भेज चुकी जेल
मेरठ परिवार को गुंडाई दिखाते हुए महिला समेत बच्चों को भी गया था पीटा
टोल फीस लेकर दूसरी कार की थमाई थी रसीद, विरोध पर दिखाई थी गुंडाई
विवेचना जारीः गुंडाई दिखाने वाले ओर आरोपियों की हो सकती हैं गिरफ्तारी
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। टोल प्लाजा पर मेरठ यात्री परिवार से मारपीट मामले में फरार चल रहे मुख्यारोपी को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर मंगलवार की रात एम्स हॉस्पिटल ऋषिकेश के पास से गिरफ्तार कर लिया। जबकि पुलिस इसी मामले में टोल प्लाजा के 10 कर्मियों को पहले की गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पुलिस के अनुसार मारपीट मामले में पुलिस की विवेचना अभी जारी हैं। जिसके चलते टोल प्लाजा मारपीट मामले में जिन कर्मियों की सलिप्ता मिलती हैं तो उनकी गिरफ्तार की जाएगी। पुलिस ने मुख्यारोपी के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। जिसको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश करने की तैयारी की जा रही है।
एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि वीर सिंह पुत्र जसवन्त सिंह निवासी ग्राम घाट परतापुर मेरठ ने 13 अक्टूबर को थाने में तहरीर देकर शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया था कि वह 12 अक्टूबर को परिवार के साथ कार से हरिद्वार से मेरठ लौट रहे थे। जब वह परिवार के साथ शांतरशाह स्थित टोल प्लाटा पर पहुंचे। टोल प्लाटा कर्मी ने टोल फीस 200 रूपये मांगे। उनके द्वारा टोल कर्मी को फीस के तौर पर 200 रूपये दे दिये। आरोप हैं कि टोल प्लाटा कर्मी ने फीस के बदले दूसरी कार नम्बर की रसीद थमा दी। जिसका विरोध करने पर टोल प्लाटा के करीब 10-12 लोग इक्कठा हो गये।
उन्होंने बताया कि आरोप हैं कि टोल प्लाटा कर्मियों ने एक राय होकर लाठी डण्डो से मारपीट शुरू कर दी। जब कार में सवार उसके परिजनों ने उसको बचाने का प्रयास किया किया तो टोल प्लाटा कर्मियों ने परिवार पर भी हमला कर दिया। टोल प्लाटा कर्मियों ने महिलाओं व बच्चो को भी नहीं बक्शा और उनको दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। आरोप हैं कि टोल प्लाटा कर्मियों ने उसकी कार को भी क्षतिग्रस्त करते हुए उसका मोबाइल भी छीन लिया। पुलिस ने पीडित की तहरीर पर टोल प्लाटा कर्मियों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने टोल प्लाटा में लगे सीसीटीवी कैमरो को चौक किया तो पीडित परिवार के साथ मारपीट वाला वीडियों सामने आ गया।
कप्तान ने बताया कि जिसके बाद पुलिस टीम ने राधिका इन्कलेव निकट टोल प्लाटा के पास से यात्रियों से गुंडाई करते हुए मारपीट करने तथा वाहन क्षतिग्रस्त करने वाले टोल प्लाजा के 10 कर्मियों अतुल कुमार पुत्र अजय कुमार निवासी परसीय थाना बिसौली जिला बदायू, आशीष पुत्र संजय निवासी जन्धेडा थाना मनिहारन सहारनपुर, कुमार गौरव पुत्र नेत्रपाल निवासी हथहोवा थाना झिझांना शामली, मोनू यादव पुत्र सत्यपाल सिंह निवासी इस्लामपुर थाना सिकन्दराबाद, प्रदीप मिश्रा पुत्र ब्रजमोहन मिश्रा निवासी जिला रीवा मध्य प्रदेश, अमरदीप पुत्र कमल सिंह निवासी फूलपुरा थाना भिवानी हरियाणा, शिवम कुमार पुत्र मुकेश निवासी वदान थाना नगला खंगर आगरा, गगन कुमारपुत्र कमिस्टर सिंह निवासी सहजना थाना रामपुर मनिहारन जिला सहारनपुर, नवनीत पुत्र इन्द्र निवासी सलारपुर थाना गंगोह जिला सहारनपुर और राजेन्द्र मौर्या पुत्र रामनाथ मौर्या निवासी बेनीगंज प्रयागराज को गिरफ्तार करते हुए पीडित का मोबाइल बरामद कर लिया था
उन्होंने बताया कि लेकिन टोल प्लाजा मारपीट मामले में मुख्यारोपी मौके से फरार होने में कामयाब रहा था। जिसकी पुलिस तलाश में जुटी थी। इसी दौरान बीती रात पुलिस को सूचना मिली कि टोल प्लाजा मारपीट मामले का मुख्यारोपी को एम्स हॉस्पिटल ऋषिकेश के पास देखा गया है। इस सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर फरार चल रहे मुख्यारोपी आदिम मलिक पुत्र शकील निवासी ग्राम बोगला बहादराबाद हरिद्वार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। जिसको पुलिस मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेजने की तैयारी कर रही है। पुलिस की टोल प्लाजा मारपीट मामले में विवेचना जारी हैै। टोल प्लाजा मारपीट मामले में शामिल ओर आरोपियो की गिरफ्तारी की जाएगी।