कुछ भू-माफिया पर लग रहे गुरूकुल की 144 बीघे भूमि को हथियाने के आरोप
गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय की भूमि पर फिर काले बादल मंडराये
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय से संबंधित भूमि को खुदबुर्द नहीं होने दिया जाएगा। गुरुकुल भूमि की हर हाल में रक्षा की जाएगी। कुछ भू-माफिया गुरूकुल की 144 बीघे भूमि को भूमि पर हथियाने के लिए षडयंत्र रच रहे है। जिनके मंसूबों को कभी पूरा नहीं होेने दिया जाएगा। विश्वविद्यालय की सम्पत्ति देश व समाज की शिक्षा के कार्य के लिये है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 सोमदेव शतांशु, कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार, प्रो0 श्रवण कुमार शर्मा, शशिकान्त शर्मा संयुक्त रूप से गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के अतिथि गृह के सभागार में पत्रकारों से रूबरू हो रहे थे।
उन्होंने बताया कि स्वामी श्रद्धानन्द द्वारा स्थापित विश्वविद्यालय की शुरूआत दान में मिली समाज से भूमि पर की गयी थी। लेकिन कुछ भू माफिया इस भू सम्पत्ति को खुर्दबुर्द करने के लिये लम्बे समय से कुचक्र रच रहे हैं। परन्तु स्थानीय जनता व विश्वविद्यालय कर्मचारियों के सहयोग के चलते वह इस प्रयास में सफल नहीं हो पाये हैं। विश्वविद्यालय की स्थापना के उपरान्त इसके संस्थापक स्वामी श्रद्धानन्द महाराज ने विश्वविद्यालय की भू सम्पत्ति के संरक्षण का अधिकार उक्त भूमि पर शिक्षण कार्य संचालित कि जाने हेतु आर्य प्रतिनिधि सभा पंजाब को दिया था। समयापरान्त पंजाब सभा का त्रिशाखन होने के चलते आर्य प्रतिनिधि सभा पंजाब, हरियाणा व दिल्ली ने विश्वविद्यालय की भू सम्पत्ति पर अपना प्रभुत्व दिखाते हुए, अपना अधिकार बताती है।
उन्होंने बताया कि जबकि विश्वविद्यालय के संचालन में इन तीनों सभाओं द्वारा विश्वविद्यालय की स्थापना काल से किसी भी प्रकार का कोई आर्थिक सहयोग कभी विश्वविद्यालय को नहीं मिला है। विश्वविद्यालय 1962 से डिम्ड टू बी यूनिवर्सिटी के रूप में भारत सरकार से मान्यता प्राप्त होने के चलते शत प्रतिशत भारत सरकार के अनुदान से संचालित हो रहा है। विश्वविद्यालय की सभी भू सम्पत्तियों की रक्षा हेतु विश्वविद्यालय के कर्मचारी व हरिद्वार की आम जनता पूर्व में भी एकमत से इसकी रक्षा के लिए संकल्पित रही है। वर्तमान परिस्थितियों में किसी भी स्थिति में विश्वविद्यालय की भूमि को ख्ुार्दबुर्द नहीं होने दिया जाएगा।
पत्रकार वार्ता के दौरान प्रो0 प्रभात कुमार, हेमन्त कुमार आत्रेय, महावीर यादव, शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन के रजनीश भारद्वाज, महामंत्री नरेन्द्र मलिक, शत्रुघ्न झा, प्रमोद कुमार, दीपक वर्मा, उमाकान्त शर्मा उपस्थित रहे।
