
बाढ़ प्रभावित इलाकों में 4-4 नोडल व सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त
सीएमओ ने किया बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का भ्रमण, चिकित्साधिकारियों को दिये निर्देश
बाढ प्रभावित क्षेत्रों के छोटे बच्चों व गर्भवती महिलाओं को किया चयनित
आपात की स्थिति में गर्भवती महिलाओं की डिलवरी के लिए बनाये सेंटर
कांवड मेले के बाद प्रशासन के आगे बाढ प्रभावित क्षेत्र बना चुनौती
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। कावंड मेला सम्पन्न होने के दिशा में आगे बढ़ते हुए प्रशासन ने अपना पूरा ध्यान अब बाढ प्रभावित क्षेत्रों में लगा दिया है। बाढ प्रभावित क्षेत्रों में जहां पर राहत कार्य युद्ध स्तर पर किये जा रहे है। वहीं बाढग्रस्त क्षेत्रों में बीमारी फैलने के आंदेशों को देखते हुए डीएम ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया है। जिसके तहत सीएमओ हरिद्वार में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करते हुए स्थिति का जायजा लेेकर स्वास्थ्य विभाग की टीमों को तैनात किया गया है।

सीएमओ डॉ. मनीष दत्त ने बाढ़गस्त क्षेत्रों में 4-4 नोडल अधिकारी व सहायक नोडल अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। जिन्हें अपने-अपने बाढ़गस्त क्षेत्र में भ्रमण करते हुए लोगांे की बीमारियों पर नजर रखते हुए उनके स्वास्थ्य की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिये गये है। स्वास्थ्य विभाग ने लक्सर-खानपुर, रूड़की, भगवानपुर और नारसन में 4-4नोडल अधिकारियों व सहायक नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। जिनमें बाढ प्रभावि क्षेत्र विकास खण्ड रूड़की में नोडल अधिकारी उप जिला चिकित्सालय रूड़की के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय कंसल व सहायक नोडल अधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र इमलीखेडा के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. डिली रमन और अर्बन हैल्थ कंसलेटेंट रूड़की रामकेश गुप्ता, विकास खण्ड लक्सर एवं खानपुर नोडल अधिकारी सीएमओ कार्यालय में तैनात वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ. अनिल वर्मा व सहायक नोडल अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लक्सर प्रभारी अधिकारी डॉ. नलिन असवाल और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लक्सर एनएमएस संजय पाठक, विकास खण्ड भगवानपुर नोडल अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भगवानपुर प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अभिमन्यु ठाकुर व सहायक नोडल अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भगवानपुर चिकित्साधिकारी डॉ. नाजिम और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भगवानपुर एनएमएस मनोज त्यागी और विकास खण्ड नारसन नोडल अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मंगलौर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गम्भीर सिंह तालियान और सहायक नोडल अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नारसन एनएमएस देवेन्द्र कुमार को नियुक्त किया गया है।
उन्होंने बताया कि नोडल अधिकारियों को अपने-अपने बाढग्रस्त क्षेत्र का भ्रमण करते हुए जलभराव के कारण होने वाली बीमारियो पर नजर रखने और सूचना मिलने पर तत्काल लोगों को उपचार उपलब्ध कराने के निर्देशित किया गया है। गम्भीरता की स्थिति में मरीज को उपचार के लिए नजदीकी चिकित्सालय में भर्ती कराने के निर्देश दिये गये है। नोडल अधिकारियों को स्थिति को देखते हुए अपने विवेकानुसार उचित कदम उठाने को कहा गया है। ताकि समय रहते जल भराव के उत्पन्न होने वाली बीमारियों को कंट्रोल किया जा सकें। स्वास्थ्य विभाग की टीम बाढ्रग्रस्त क्षेत्रों में रवाना कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग की कई टीमों ने तो बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में पहुंचकर अपना काम शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग पूरी गम्भीरता के साथ बाढग्रस्त क्षेत्रों में उपचार के लिए जुट गई है।

उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य टीम ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में 0-2 वर्ष के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को चयनित किया गया है। जिनके स्वास्थ्य के प्रति स्वास्थ्य विभाग अपनी पैनी नजर बनाये हुए है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लक्सर क्षेत्र में 504 और खानपुर क्षेत्र में 183 गर्भवती महिलाओं को चयनित करते हुए उनको उनके निकट तैनात स्वास्थ्य विभाग टीम का मोबाइल नम्बर उपलब्ध कराया गया है। जिससे आपात की स्थिति में गर्भवती महिलाओं को होने वाली दिक्कत का समाधान कराया जा सकें और डिलवरी की जरूरत पड़ने पर किसी परेशान से बचते हुए उनकी नजदीक सीएससी, पीएससी सेंटरों व सब सेंटर पर कराई जा सके।

सीएमओ ने बताया कि लक्सर-खानपुर में गर्भवती महिलाओं की डिलवरी के लिए सेंटर भोगपुर, गौवर्धनपुर, सुल्तानपुर में बनाया गया है। जबकि भगवानपुर क्षेत्र में बुग्गावाला और भगवानपुर सीएससी व पीएससी सेंटर बनाया गया है। स्वास्थ्य विभाग टीम बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों मंे अमूमन होने वाली बीमारियों बुखार, टाईफाइड, मलेरिया, डेंगू, इंफेक्शन, फंगस, डायरिया आदि बीमारियों की दवाओं के साथ तैनात की गई है। स्वास्थ्य विभाग जरूरत पड़ने पर स्वास्थ्य टीमों की संख्या को बढ़ाया जा सकता है।बाढग्रस्त क्षेत्रों में भ्रमण के दौरान एसीएमओ डॉ. आरके सिंह, लक्सर-खानपुर नोडल अधिकारी डॉ. अनिल वर्मा, स्वास्थ्य शिक्षक बीके गुप्ता आदि मौजूद रहे।