
स्वास्थ्य व्यक्ति की तीन माह में एक बार जरूर रक्तदान करना चाहिएः डॉ. त्रिपाठी
रक्तदान करने से हाई बीपी, ह्दयघात, ब्रेनहेमरेज होने का खतरा कम होता हैंः डॉ. रविन्द्र
चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ का 11 वां रक्तदान शिविर रक्तकेन्द्र में लगा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएँ उत्तराखंड जनपद हरिद्वार द्वारा आयोजित 11वें रक्तदान शिविर में स्व गोविंद बल्लभ उपाध्याय जी के चित्र पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार डॉ मनीष दत्त एवं प्रमुख अधीक्षक डॉ. सीपी त्रिपाठी ने माल्यापर्ण कर श्रद्धांजलि देकर रक्तदान शिविर का प्रारम्भ किया गया। रक्तदान शिविर ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष दत्त और जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. सीपी त्रिपाठी ने रक्तदान किया।

इस अवसर पर सीएमओ हरिद्वार डॉ. मनीष दत्त ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ द्वारा निरंतर 11 वर्षो से रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा हैं, जोकि समाज के लिए अच्छा प्रयास है। समाज के हर व्यक्ति को रक्दान करना चाहिए, जिससे ना केवल किसी मानव जीवन को बचाया जा सकता है। बल्कि स्वयं भी रक्तदाता स्वास्थ्य के हिसाब से स्वास्थ रहता है। रक्तदान करना चिकित्सा और धार्मिक मान्यताओं का एक समावेश है। यदि हम चिकित्सा के हिसाब से बात करें तो जहां रक्तदान करने वाला व्यक्ति का स्वास्थ्य फिट रहता हैं और रक्तदाता कई बीमारियों से बचा रहता है।
उन्होंने कहा कि अगर धार्मिक मान्यताओं की बात करेें तो रक्तदान से बड़ा दान दुनिया में कोई नहीं है। रक्तदाता का रक्त किसी असहाय व बीमार व्यक्ति के जीवन को बचाता है। जीवन अनमोल हैं उसका कोई मोल नहीं हैं, सामज में व्यक्ति हर वस्तु को खरीद तो सकता हैं मगर जीवन को नहीं। इसलिए समाज के हर व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ दूसरे व्यक्ति के जीवन की रक्षा करना भी उतना महत्व हैं जितना की अपना जीवन। रक्त का मोल केवल वही व्यक्ति समझ सकता हैं जिसका जीवन रक्त के लिए जीवन व मौत के बीच झूल रहा होता है। इसलिए हम सब को समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए मानव जीवन की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए।
इस अवसर पर जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. सीपी त्रिपाठी ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ द्वारा मानव जीवन को बचाने के लिए लगाया गया रक्तदान शिविर का कार्य सराहनीय है, इनसे प्रेरणा लेकर अन्य संगठनों को भी आगे आना चाहिए। रक्तदान हर व्यक्ति को करना चाहिए रक्तदान करने से व्यक्ति के शरीर में कोई कमजोरी नहीं होती। कुछ लोगों की गलत धारणा हैं कि रक्तदान करने से उनके शरीर में रक्त की कमी होगी। लेकिन ऐसा नहीं हैं, चिकित्सा के हिसाब से देखा जाए तो स्वास्थ्य व्यक्ति को तीन माह में एक बार अवश्य रक्तदान करना चाहिए।
जिला चिकित्सालय हरिद्वार रक्तकेन्द्र प्रभारी डॉ. रविन्द्र चौहान ने कहा कि रक्तदान करने से हाई बीपी, ह्रदयघात, ब्रेनहेमरेज होने का खतरा कम होता है, इसलिये रक्तदान करें। जिससे तीन रोगियों की जान बचाई जा सके।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा प्रदेश, प्रवक्ता राजेन्द्र तेश्वर, प्रदेश ऑडिटर महेश कुमार, जिला मंत्री राकेश भँवर ने सयुंक्त रूप से सभी रक्तदाताओं और कर्मचारियों को रक्तदान कर संगठन को सहयोग करने के लिए आभार व्यक्त किया। संगठन इसी तरह रक्तदान करने कराने में भागीदारी निभाएगा। रक्तकेन्द्र जिला चिकित्सालय की टीम में रक्तकेन्द्र प्रभारी डॉ रविन्द्र चौहान, महावीर चौहान, उमेश सैनी, राखी जितवान, मिथलेश, नेहा, वर्णिक चौधरी, सतीश, मनोज चमोली, सिमरन, विनोद उपाध्याय, राजेश पंत, राजन बडोनी, राहुल का भी संगठन आभार व्यक्त करता है। रक्तदान शिविर में 39 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया।
रक्तदान करने वालों में सीएमओ डॉ मनीष दत्त, पीएमएस डॉ सीपी त्रिपाठी, जीत सिंह, योगेश सिंह, विजय कुमार, मोहित, राहुल कोठारी, मुकेश कुमार, विनोद उपाध्याय, सोनू चौहान, अभी चौधरी, अर्पित लखेडा, संजय शर्मा, सन्नी शर्मा, पुष्प राज पांडे, महेश कुमार ढींगरा, मुकेश सैनी, राकेश भँवर, दिनेश लखेडा, हीरालाल शर्मा, लोकेश, विशाल, कमल, शैलेन्द्र बहुखंडी, सचिन कुमार, अरुण, शिवकर, रूपेश गुप्ता, सतीश ठाकुर, हरीश सेमवाल, पवन, जतिन, राकेश, बिजेंद्र पाल, विशाल, राजेन्द्र तेश्वर आदि ने रक्तदान किया।