
लोन की धनराशि व बैंक का चैक लेकर हुआ फरार
कम्पनी लगातार धनराशि वापस करने का डाल रही दबाब
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। सीएससी सेंटर संचालक पर धोखाधड़ी कर लोन की धनराशि व हजारों का चैक लेकर फरार हो जाने का मामला प्रकाश में आया है। पीडिता ने कोतवाली ज्वालापुर में सीएससी सेंटर संचालक के खिलाफ तहरीर देकर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस तहरीर के आधार पर मामले की जांच में जुट गयी है।
कोतवाली ज्वालापुर एसएसआई संतोष सेमवाल ने बताया कि प्रीती पत्नी राहुल निवासी ग्राम इक्कड़ कला पथरी हरिद्वार ने तहरीर देकर शिकायत की है। शिकायत में कहा गया हैं कि उसने नैय्यर आलम सीएससी सेंटर तमन्नानाज कम्यूनिकेशन ज्वालापुर पूर्व दुकान धीरवाली ज्वालापुर से विराईज कम्पनी के अन्तर्गत 1 लाख 20 हजार का पर्सनल लोन 25 अक्टूबर 22 को पास कराया था। लोन अदायी के लिए नैय्यर आलम को एचडीएफसी बैंक शाखा शिवालिक नगर का 86 हजार का एक चैक दिया था।
जिसका भुगतान नैय्यन आलम ने नहीं कराया था। उसने लोन की धनराशि 1 लाख 18 हजार नगद नैय्यर आलम को शंकुतला पत्नी मोती लाल के समाने 20 जनवरी 23 को अदा कर दी थी। जिसके सम्बंध में नैय्यर आलम ने एक प्राप्ति रसीद मोहर लगाकर दी थी। नैय्यर आलम ने एचडीएफसी बैंक का चैक 2-3 दिन में वापस करने का भरौसा दिया था। लेकिन इसी बीच लोन वापसी के बावत उसके मोबाइल पर मैसेज भेजे जा रहे है।
पीडिता जब वह नैय्यर आलम की दुकान पर पहुंची तो उसकी दुकान पर ताला लटका मिल रहा है। जब उसके द्वारा कम्पनी से सम्पर्क कर नैय्यर आलम के द्वारा लोन की धनराशि ले लिये जाने की जानकारी दी जा रही है। लेकिन कम्पनी उसपर लगातार लोन के बावत धनराशि वापस करने का दबाब डाल रही है। जब कम्पनी से नैय्यर आलम के सम्बंध में जानकारी मांगी जा रही हैं तो कम्पनी उसकी भी जानकारी नहीं दे रही है। जबकि उसके द्वारा लोन की धनराशि कम्पनी के कहे अनुसार नैय्यर आलम को दी गयी है।
नैय्यर आलम उसका एचडीएफसी बैंक का 86 हजार का चैक भी ले गया। पीडिता ने आरोप लगाया कि कम्पनी ने नैय्यर आलम के साथ मिलकर उसके साथ धोखाधड़ी की है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर नैय्यर आलम के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।