
आरोपः सिडकुल पुलिस आरोपी को छोड़ शिकायतकर्ता ले गयी थाने
तत्कालीन एसओ पर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप
आरोपः सिडकुल एसओ ने महिला कांस्टेबल से पट्टो से पिटवाया
महिला के बेहोश होने पर पुलिस ने किया पति के हवाले
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। सिडकुल पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर एक महिला की तहरीर पर तत्कालीन सिडकुल एसओ, कोर्ट चौकी प्रभारी समेत 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोप हैं कि पीडिता ने देवर व उसके सहयोगियों की पीटाई की शिकायत कंट्रोल रूम से करने पर सिडकुल पुलिस आरोपियों को छोड़कर उल्टा पीडिता को ही अपने साथ थाने ले गयी।
आरोप हैं कि आरोपी देवर के प्रभाव के चलते सिडकुल एसओ ने थाने में महिला को जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल कर अपमानित कर महिला कांस्टेबल से पट्टे लगवाये। उसके बेहोश होने पर पति को बुलाकर घर भेज दिया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सिडकुल थाना प्रभारी निरीक्षक रमेश तनवार ने बताया कि पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर श्रीमती रानी पत्नी जोगेन्द्र निवासी रोशनाबाद सिडकुल हरिद्वार ने तहरीर देकर शिकायत की है। शिकायत में कहा गया हैं कि उसके देवर अशोक पुत्र किशन लाल और देवरानी श्रीमती स्वाति पत्नी अशोक निवासीगण रोशनाबाद सिडकुल हरिद्वार के बीच मारपीट का एक वाद न्यायालय रोशनाबाद में विचाराधीन है। जिसको लेकर उसका देवर उनसे रंजिश रखता है।
आरोप हैं कि 26 मई 20 की शाम को उसका पति दुकान से वापस घर लौट रहा था। इसी दौरान जब उसका पति रविदास मन्दिर के पास पहुंचा। तभी वहां पर पहले से मौजूद उसका देवर अशोक, नरेन्द्र पुत्र राजकुमार निवासी रोशनाबाद सिडकुल हरिद्वार और संजीव पुत्र कलीराम निवासी नगला ईमरती रूड़की ने उसके पति को घेर लिया।
आरोप हैं कि देवर अशोक ने उसके पति के सिर पर जान से मारने की नीयत से चाकू से वार किया। लेकिन उसका वार चूक गया और कान पर लगा। जिससे उसके पति का कान कट गया। पति के शोर मचाने पर नरेन्द्र और संजीव उसके पति पर लाठी डण्डों से हमला कर दिया। शोर सुनकर उसके दूसरे देवर सुरेश पति को बचाने के लिए पहुंचे तो आरोपियों ने उनपर दभी हमला कर दिया। भीड़ जमा होने पर आरोपी जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गये।
आरोप हैं कि उसकी दिन देर रात को देवर अशोक ने नरेन्द्र, संजीव, श्रीमती रानी पत्नी सुलेख चंद निवासी खंजरपुर रूड़की, श्रीमती स्वाति, अंजली पुत्री सुलेखचंद, श्रीमती मिनाक्षी पत्नी नरेन्द्र और अशोक के किरायेदारों के साथ मिलकर उसके पति के खोखे में आग लगा दी। 27 मई 20 की सुबह को वह घर में अपनी जेठानी सुरेशना व देवरानी ममता के साथ बैठी थी।
आरोप हैं कि तभी उपरोक्त लोग घर में घुस आये और तीनों के साथ मारपीट की गयी। जिसके सम्बंध मेें कंट्राॅल रूम 100 नम्बर पर घटना की जानकारी दी गयी। आरोप हैं कि पुलिस आरोपियों को छोड़ कर उन तीनों को अपने साथ ले गयी। पीडिता ने गम्भीर आरोप लगाया कि उसके देवर अशोक के प्रभाव के चलते सिडकुल थाना एसओ प्रशांत बहुगुणा, कोर्ट चौकी प्रभारी दिलबर सिंह कंडारी, चेतक कांस्टेबल ने जतिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए सार्वजनिक से अपमानित किया गया।
आरोप हैं कि एसओ प्रशांत बहुगुणा ने महिला कांस्टेबल शोभा को बुलवा कर उसको पट्टो से पिटवाया। उसके बेहोश होने पर पुलिस वालों ने उसके पति को फोन कर उसके वहां से ले जाने के लिए बोला। उसका पति उसको ले गया, जिला अस्पताल में उपचार कोरोना काल की वजह से नहीं हो सका। तब जाकर उसको उपचार के लिए रूड़की के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहां उसका उपचार व मेडिकल कराया गया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।