
स्वास्थ्य सुपरवाईजर अपनी शानदार भूमिका निभा रहेः बीके गुप्ता
कंट्रॉल रूम से चिकित्सा केन्द्रों तक मेडिकन पहुंचने में जुटे
दिन हो या रात सुपरवाई्रजरों के लिए कोई मायने नहीं रख रहा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। कांवड मेले में स्वास्थ्य सुपरवाईजर दिन-रात चिकित्सा केन्द्र्रों में बाइकों से दवा पहुंचने में जुटे है। जोकि तपती धूप और बरसात में भी अपनी ड्यूटी को बखूबी निभा रहे है। किसी चिकित्सा केन्द्र से मेडिसन की कमी की सूचना मिलती हैं तो सब कुछ छोड़कर मेडिसन आपूर्ति के दौड़ रहे है। कांवड़ मेले में स्वास्थ्य सुपरवाईजरों को स्वास्थ्य विभाग की रीड माना जा रहा है।

स्वास्थ्य नोडल अधिकारी ने कांवड़ मेले में ड्यूटी के प्रति स्वास्थ्य सुपरवाईजरों की काम के प्रति कर्मठता को देखते हुए उनकी पीठ थपथपाई है। बताते चले कि कांवड़ मेले में अगर मेले को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए दबाब अगर देखा जाए तो पुलिस प्रशासन के बाद स्वास्थ्य विभाग पर देखा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कांवड़ियों के स्वास्थ्य को लेकर जनपद में करीब 20 अस्थाई चिकित्सा केन्द्र स्थापित किये गये है, जबकि स्थाई चिकित्सालयों के साथ साथ आधा दर्जन से अधिक निजी चिकित्सालय भी स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करते हुए कांवड़ियों को अपनी सेवाएं दे रहे है। चिकित्सा केन्द्रों में जिस कर्मठता व लग्न के साथ स्वास्थ्य टीम जुटी हैं उनके साथ कंधे से कंधा मिलते हुए स्वास्थ्य सुपरवाईजर भी जुटे है।

स्वास्थ्य नोडल अधिकारी डॉ. राजेश गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य सुपरवाईजर कांवड़ मेले में स्वास्थ्य विभाग की रीड की तरह काम कर रही है। यदि स्वास्थ्य सुपरवाईजर का खाने के वक्त किसी चिकित्सा केन्द्र से मेडिसन की कमी की सूचना मिलती हैं तो वह तत्काल भोजन से ज्यादा जरूरी उनके लिए केन्द्र में मेडिसन उपलब्ध् मानते हुए पिट्टू बैग टांग कर बाइकों पर दौड़ पड़ते है। इनकी भूमिका को मेले में नजरअदांज नहीं किया जा सकता।

स्वास्थ्य शिक्षक बीके गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य सुपरवाईजर पूरी निष्ठा व लग्नता के साथ कांवड़ मेले में अपनी ड्यूटी को निभा रहे है। स्वास्थ्य सुपरवाईजर की एक टांग कंट्रॉल रूम तो दूसरी टांग उनकी केन्द्रों में मेडिसन उपलब्ध् कराने में देखी जा रही है। वास्तव में स्वास्थ्य सुपरवाईजर अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहे है। कांवड मेले में सात सुपरवाइजर अपनी ड्यूटी निभा रहे, जोकि भोजन से ज्यादा जरूरी कांवड़ चिकित्सा केन्द्रों में मेडिसन की कमी को पूरा करना अपनी जिम्मेदारी मान रहे है। जोकि शानदार तरिके से अपनी ड्यूटी को निभाते हुए अधिकारियों के चेहते बने हुए है।
कांवड मेले में अपनी शानदार भूमिका निभाने वाले सुपरवाईजरों में स्वरूप सिंह पोखरियाल, अवधेश देवरा, अवनीश कुमार, मौ. रफी, सलीम, जगजीवन राम और आशीष शर्मा है।