परिवार करीब पौना घंटा लिफ्रट में झटपटाता रहा, नहीं मिली मदद
रेस्टोरेंट स्टॉफ पर मूकदर्शक बना रहने का लगा आरोप
परिवार मेें दो छोटी-छोटी बच्चियां भी थी शामिल
ज्वालापुर पुलिस ने लिफ्रट को तोड़ कर परिवार को बाहर निकाला
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र स्थित आर्यनगर के समीप नव निर्मित रेस्टोरेंट की लिफ्रट खराब होने से एक व्यापारी का परिवार उस में फंस गया। परिवार मं दो छोटी—छोटी बच्चियां भी शामिल थी। घटना से नीचे इंतजार कर रहे व्यापारी का परिवार के लोगों में हड़कम्प मच गया। व्यापारी का परिवार करीब पौना घंटा लिफ्रट में झटपटाता रहा।
आरोप हैं कि घटना में रेस्टोरेंट स्टॉफ मूक दर्शक बना रहा। व्यापारी के परिजनों ने मामले की जानकारी तत्काल पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस ने शीशे की लिफ्रट तोड़ कर परिवार को सकुशल बाहर निकाला। पीडित परिवार ने फिलहाल रेस्टोंरेट के खिलाफ कोई शिकायत नहीं की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात को रामनगर ज्वालापुर निवासी व्यापारी गगनदीप अरोड़ा अपने परिवार के साथ रात्रि भोजन के लिए परिवार के सदस्यों के साथ आर्यनगर स्थित उरी मंजिल पर नव निर्मित रेस्टोरेंट में गये थे। बताया जा रहा हैं कि जब परिवार खाने के बाद वापस घर लौटते वक्त परिवार के कुछ सदस्य नीचे पहुंच गये। व्यापारी गगनदीप अरोड़ा, उनकी पत्नी व दो बेटियां लिफ्रट से नीचे आ रहे थे। इसी दौरान रास्ते में लिफ्रट खराब हो गयी। आरोप हैं कि जिसकी जानकारी लगते ही रेस्टोरेंट स्टॉफ ने लिफ्रट में फंसे परिवार को बाहर निकालने का कोई प्रयास नहीं किया और ना ही पुलिस को सूचना दी।
बताया जा रहा हैं कि लिफ्रट में फंसे परिवार का दम घुटने से उनके द्वारा शोर मचाने का प्रयास किया, लेकिन लिफ्रट शीशे की होने के कारण उनकी आवाज अंदर की दब कर रह गयी। जब व्यापारी के अन्य सदस्यों को मामले की जानकारी लगी तो उनमें हड़कम्प मच गया। जिन्होंने रेस्टोरेट स्टॉफ से मदद करने की गुहार लगाई। आरोप हैं कि रेस्टोरेेंट स्टॉपफ ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। बताया जा रहा हैं कि व्यापारी का परिवार करीब पौना घंटा लिफ्रट में झटपटाता रहा।
रेस्टोरेंट के नीचे इंतजार कर रहे व्यापारी के परिवार के सदस्यों ने कोतवाली ज्वालापुर को सूचना दी। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लिफ्रट का शीशा तोड़ कर फंसे व्यापारी के परिवार को सकुशल बाहर निकाला। कोतवाली ज्वालापुर प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी ने बताया कि रात की घटना उनके संज्ञान में नहीं है। यदि उनके पास पीडित परिवार की शिकायत आती हैं तो उसपर वह कार्यवाही करेगे। लेकिन जब अगर घटना हुई हैं तो उसकी वह जांच करा रहे है।
