
पुलिस ने किये हमले में इस्तेमाल दो बेसवॉल बरामद
आरोपियों में एक आर्मी अधिकारी, दूसरा हिस्ट्रीशीटर
बेज्जती का बदले के लिए किया था कोठारी पर हमला
हरिद्वार से ही खरीदी थी आरोपियों ने दोनों बेसवॉल
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। कोतवाली नगर पुलिस ने जूना अखाड़ा कोठारी पर जानलेवा हमला करने वाले दोनों आरोपियों को मुजफ्रफरनगर से गिरफ्रतार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही से हमले में इस्तेमाल बेसवॉल बरामद की है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने परिवार के सामने हुई बेज्जती का बदला लेने के लिए साधु पर हमला करने की बात स्वीकार की है।
बताया जा रहा हैं कि वारदात के पीछे की वजह परिवार के साथ जूना अखाड़ा धाम में ठहरने के दौरान एसी बंद होने की शिकायत पर हुए विवाद मे थप्पड़ मारकर परिवार को देर रात धाम से बाहर निकाल दिये जाने की बात कही जा रही है। आरोपियों में एक आरोपी अपने को आर्मी अधिकारी बता रहा हैं जबकि दूसरा मुजफ्रफरनगर का हिस्ट्रीशीटर है। जिसपर विभिन्न धाराओं में सात मुकदमें दर्ज है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।

कोतवाली नगर प्रभारी निरीक्षक राकेन्द्र सिंह कठैत ने बताया कि 27 जून की रात को जूना अखाड़े के कोेठारी महंत महाकाल गिरि पर बेसवॉल से जानलेवा हमला कर घायल करने वाले दोनों आरोपियों को मुजफ्रफरनगर से गिरफ्रतार कर लिया। जिनकी निशानदेही से पुलिस ने कोठारी पर हमला करने में इस्तेमाल बेसवॉल को बरामद कर लिया। पूछताछ के दौरान आरेपियों ने अपना नाम दीपक पुत्र कालू निवासी ग्राम बिरालसी थाना चरथावल जनपद मुजफ्रफरनगर यूपी और राहुल पुत्र सौ सिंह निवासी ग्राम अलीपुरा थाना चरथावल जनपद मुजफ्रफरनगर यूपी बताया है।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि 26 जून को परिवार के साथ हरिद्वार स्नान के लिए आये थे जोकि जूना अखाड़ा धाम में रूके थे। उनके द्वारा शराब अधिक पीने के कारण कोठारी के कहने पर उनको परिवार समेत रात को ही जूना अखाड़ा धाम से बाहर कर दिया था। जिसकारण परिवार के सामने बेज्जती होने के कारण साधु से बदला लेने के लिए उन्होने हमला किया था। आरोपियों में दीपक मुजफ्रफरनगर का हिस्ट्रीशीटर हैं जिसके खिलाफ सात मुकदमें लूट, गैंगस्टर समेत अन्य धाराओं में दर्ज है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
आर्मी अधिकारी बता रहा अपने को एक आरोपी
आरोपियों में गिरफ्रतार एक आरोपी राहुल पुत्र सौ सिंह अपने को आर्मी अधिकारी बता रहा है। राहुल का कहना हैं कि वह झारखण्ड में तैनात हैं और वह छुट्टी के दौरान परिवार के साथ 26 जून को हरिद्वार स्नान के लिए आया था। उसको 29 जून को ड्यूटी ज्वाइन करनी थी।
कोठारी पर हमले की असली वजह आरोपी यह बता रहा
आरोपी राहुल का कहना हैं कि 26 जून को अपने परिवार के 12-14 सदस्यो के साथ हरिद्वार स्नान के लिए आया था। जोकि जूना अखाड़ा धाम में एक हॉल में ठहरे थे। हॉल का रात को एसी नहीं चलने पर उसकी शिकायत काउंटर पर तैनात त्यागी से की गयी थी। जिसको लेकर विवाद हुआ था। आरोप हैं कि त्यागी ने उसको थप्पड जड़े थे, जिसको लेकर मामला गरमा गया था। आरोप हैं कि इसी दौरान साधु के कहने पर परिवार को देर रात 3 बजे जूना अखाड़ा धाम से बाहर निकाल दिया था, परिवार में छोटे-छोटे बच्चे भी थे। परिवार के सामने बेज्जती का बदला लेने की ठान ली थी। परिवार उसी वक्त वापस घर लौट गया था।
दोस्त दीपक के साथ बुलट से हरिद्वार पहुंचे
आरोपी राहुल ने बताया कि वह अपने दोस्त दीपक के साथ बुलट से हरिद्वार पहुंचा और हरिद्वार से ही दो बेसवॉल खरीदे। साधु पर हमला करने के बाद दोनों वापस बुलट से मुजफ्रफरनगर पहुंच गये। हरिद्वार पुलिस ने उनको घर से गिरफ्रतार कर लिया।