
हत्या की आंशका के चलते सर्वानदं घाट पर बंद किया रात्रि विश्राम
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने अपनी हत्या की आशंका को देखते हुए सर्वानंद घाट पर रात्रि विश्राम बंद कर दिया है। यति नरसिंहानदं ने आरोप लगाया हैं कि उनकी हत्या के लिए असामाजिक लोगों द्वारा लगातार रैकी की जा रही है। उनके धरने स्थल पर शनिवार की रात को कुछ संदिग्ध् लोगों को देखा गया। जिनको पकड़ने का प्रयास हिन्दू स्वाभिमान के कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया। लेकिन वह भाग निकलने में कामयाब रहे। सुरक्षा की दृष्टिगत उन्होंने और स्वामी अमृतानंद ने सर्वानदं घाट पर रात्रि विश्राम को बंद कर दिया है।
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने कहा कि वो अपनी हत्या से बिल्कुल भयभीत नहीं हैं कि जिहादी तत्व उनकी हत्या कर देंगे, लेकिन उन्हें भय है कि अगर जिहादियों ने उनपर हमला किया और उन्होंने आत्मरक्षा हेतु प्रयास किया तो हरिद्वार पुलिस और प्रशासन उन्ही पर मुकदमा करके उन्हें जेल में डाल देगा। धर्मनगरी में जिहादियों के मुकाबले में अब हिन्दुओ का कोई विशेष अस्तित्व और प्रभाव नहीं रह गया है। राजनैतिक दवाब के चलते पुलिस और प्रशासन शांति बनाने के लिये हिन्दुओं पर ही झूठे मुकदमे बना कर उन्हें जेल में डालने का काम कर रही है, जैसा कि उनके साथ अभी हुआ है।
उन्होंने हरिद्वार के बड़े संतो से यह भी निवेदन किया कि उन्हें मर्यादा का पाठ पढ़ाने वाले जरा जमीयते उलमाए हिन्द पर भी अपना मुँह खोले जो खुलकर निर्दोष हिन्दुओं के हत्यारे के साथ खुलकर खड़ी है। उन्होंने कहा कि उनके लिये आज सबसे बड़ी राहत की बात यह रही कि उत्तराखंड के पूर्व सैनिकों ने उनकी रक्षा की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली है। बताते चले कि महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी सर्वानदं घाट पर जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की रिहाई को लेकर धरने पर है।