
लीना बनौधा
हरिद्वार। ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के प्रोपफेसर व विभागाध्यक्ष एवं रेड क्रास सचिव डा0 नरेश चौधरी को कोरोना काल की प्रथम एवं द्वितीय लहर में उत्कृष्ठ एवं समर्पित सेवा कार्यों के लिये महाविद्यालय के सभागार में प्रसिद्ध कथावाचक संत विजय कौशल महाराज ने सम्मानित किया।
ज्ञात हो कि हरिद्वार में डा0 नरेश चौधरी एक ऐसा नाम है जो किसी भी सेवा कार्यों में सबसे आगे खडे नजर आते हैं। उन्होनें कभी भी अपने कार्यों को राजकीय सेवा की तरह नहीं किया और न ही कभी यह सोचा कि वो एक सरकारी अधिकारी है, बल्कि एक समर्पित स्वयं सेवक की तरह धरातल पर सेवा कार्यों में लगे नजर आये। डा0 नरेश चौधरी ने प्रथम लहर में फंसे श्रद्धालु यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुचवाने, जरूरतमंदों को राहत सामग्री वितरण, कोरोना रोगियों को समय पर कोविड अस्पतालों में भर्ती कराकर उनका उचित इलाज कराना और प्रवासियों को उनके घरों तक पहुंचवाना आदि अहम टास्क का निर्वाहन किया। जब प्रथम लहर में जनमानस में कोरोना से एक विशेष डर था तब भी डा0 चौधरी ने रात दिन जरूरत मंदों की समर्पित होकर सेवा की।
द्वितीय लहर में जब कोरोना रोगियों को बेड एवं आक्सीजन सिलेण्डर तथा उचित इलाज की कमी आ रही थी, तब डा0 नरेश चौधरी ने कोरोना रोगी भर्ती नोडल अधिकारी के रूप में सभी कोरोना रोगियों को सही समय पर उत्कृष्ठ व्यवस्था दिलाने की मुख्य जिम्मेदारी का निर्वहन किया। पूर्व में भी डा0 नरेश चौधरी को महामहिम राष्ट्रपति, उत्तराखण्ड राज्य के महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री, वरिष्ठ मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों, विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा भी समय समय पर सम्मानित किया जा चुका है।