तटबन्ध की मरम्मत युद्ध स्तर पर शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश
लीना बनौधा
हरिद्वार। डीएम विनय शंकर पाण्डेय खानपुर क्षेत्र के चन्द्रपुरी तटबन्ध में दरार आने की सूचना प्राप्त होने पर, तुरन्त सुबह आठ बजे ही खानपुर के लिये रवाना हुयेे, वहां पहुंचकर उन्होंने पूरे तटबन्ध् एवं बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण किया। ट्रैक्टर से भी अन्दरूनी बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का जायजा लिया। उन्होंने मौके पर उपस्थित अधिकारियों से तटबन्ध् की मरम्मत के कार्य के सम्बन्ध् में जानकारी ली तथा अधिकारियों को तटबन्ध् की मरम्मत युद्ध स्तर पर जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिये।
डीएम ने बताया कि सिंचाई विभाग की पूरी टीम व अन्य तटबन्ध की मरम्मत में पूरे लगन व मेहनत से लगे हुये हैं तथा लगभग तटबन्ध की मरम्मत हो गयी है। तटबन्ध की मुख्य समस्या के बारे में अधिकारियों व स्थानीय लोगों से जानकारी मिली है कि उत्तराखण्ड राज्य के बार्डर तक तो तटबन्ध बना हुआ है, इसके बाद उत्तर प्रदेश बार्डर पर तटबन्धन होने के कारण जल स्तर बढ़ने पर पानी रिवर्स होकर खेतों में तथा सड़क पर आ गया है। डीएम विनय शंकर पाण्डेय ने मौके पर ही बिजनौर, उ0प्र0 के डीएम से तटबन्ध् के सम्बन्ध् में वार्ता की तथा डीएम बिजनौर से मध्य गंगा बैराज के एक दो गेट खुलवाने का अनुरोध् किया ताकि क्षेत्र का पानी जल्द से जल्द निकल जाये। कहा कि यह सन्तोषजनक है कि इस आपदा में किसी भी प्रकार की जन- हानि, पशु-हानि, तथा भवनों को क्षति नहीं हुई है। इसके अलावा बिजली की लाइन, पेयजल आदि किसी भी योजना को नुकसान नहीं पहुंचा है तथा स्थिति पूरी तरह नियंत्राण में है।
खानपुर क्षेत्र के बाढ़ग्रस्त इलाके का निरीक्षण करने के पश्चात डीएम, सीएचसी, खानपुर पहुंचे, जहां उन्होंने सीएचसी खानपुर का निरीक्षण किया। इस दौरान डीएम ने स्वास्थ्य केन्द्र के कार्मिकों की उपस्थिति रजिस्टर का भी अवलोकन किया, जिसमें पाया गया कि कुल 33 कार्मिकों में से एक डाॅक्टर तथा चार अन्य कार्मिक ही मौके पर उपस्थित थे तथा इस सम्बन्ध में एसडीएम को भी सूचित कर दिया गया है। कहा कि यह अत्यन्त गंभीर विषय है तथा इस सम्बन्ध में शासन को प्रकरण सन्दर्भित कर सम्बंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई की संस्तुति की जायेगी। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन पीएल शाह, एसडीएम लक्सर वैभव गुप्ता, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई सुश्री मंजू सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण तथा क्षेत्रीय जन-प्रतिनिधि आदि मौजूद रहे।
