
मेला अस्पताल में पहली इकलौती आरटीपीसीआर लैैब ने किया काम शुरू
रोजाना एक सौ लोगों के सैैंपल की देगी रिपोर्ट, जनपदवासियों को मिली राहत
लीना बनौधा/ भावना गुप्ता
हरिद्वार। कोविड-19 की आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट के लिए अब जनपद के लोगों को लम्बा इंतजार नहीं करना पडेगा। क्योंकि राजकीय मेला अस्पताल में स्थापित आरटीपीसीआर टेस्टिंग लैब ने काम करना शुरू कर दिया है। जब तक जनपद के लोगों के आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए सैम्पल दिल्ली, हल्द्वानी, देहरादून, एक्स ऋषिकेश भेजा जाता है। जहां पर अन्य जनपदों के लोगों के सैम्पल की भीड के चलते टेस्ट रिपोर्ट के लिए लोगों को लम्बा इंतजार करना पड रहा था। जनपद हरिद्वार की आरटीपीसीआर टेस्टिंग की पहली सरकारी इकलौती लैब होगी। इस लैब की स्थापना के लिए चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. राजेश गुप्ता और नोडल अधिकारी डाॅ. निशात अंजुम को श्रेय जाता है। अब तक डाॅ. निशांत अंजुम कोविड-19 सेंटर की नोडल अधिकारी थी लेकिन अब उनको आरटीपीसीआर लैब का नोडल अधिकारी बनाया गया है। वहीं कोविड-19 सेंटर का नोडल अधिकारी डाॅ. अनमोल सिंह को बनाकर उनको कोविड सेंटर की जिम्मेदारी सौपी गयी है।
चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. राजेश गुप्ता ने बताया कि राजकीय मेला अस्पताल मेें स्थापित आरटीपीसीआर टेस्टिंग लैब जनपद हरिद्वार में इकलौती है। जहां पर नि:शुल्क टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध् है। अब तक हरिद्वार से कोविड-19 के आरटीपीसीआर टेस्ट के सैम्पल दिल्ली में एनसीडीसी लैब, देहरादूून में दून मेडिकल हस्पिटल, एक्स ऋषिकेश और कुछ समय तक हल्द्वानी भी भेजे गये थे। जहां से टेस्ट की रिपोर्ट के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ता था। लेकिन अब जनपद के लोगों के लिए एक अच्छी बात हैं कि उनको अपने आरटीपीसीआर टेस्टिंग की रिपोर्ट के लिए लम्बा इंतजार नहीं करना पडेगा। आरपीटीपीआर लैब की जिम्मेदारी डाॅ. निशात अंजुम को सौपते हुए उनको लैब का नोडल अधिकारी बनाया गया है, जोकि एक बहुत बडी जिम्मेदारी है। डाॅ. निजात अंजुम एक होनहार हैं, जिन्होंने बडी जिम्मेदारी के साथ कोविड-19 सेंटर के नोेडल अधिकारी की जिम्मेदारी को बाखूबी से निभा चुकी है। कोविड-19 सेंटर के नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी डाॅ. मनमोल सिंह को सौपी गयी है।
आरटीपीसीआर लैब नोडल अधिकारी डाॅ. निशात अंजुम ने बताया कि जनपद हरिद्वार की पहली सरकारी आरटीपीसीआर लैब राजकीय मेला अस्पताल में स्थापित की गयी है। जिसने अपना काम विधिवत रूप से शुरू कर दिया है। इस लैब में रोजाना दो सौ लोगों के सैम्पल की जांच की सुविधा है। लेकिन फिलहाल जनपद हरिद्वार में सरकारी अस्पतालों से मिलने वाले एक सौ सैम्पल की जांच की जा रही है। मेला अस्पताल में स्थापित आरटीपीसीआर लैब में नई टेक्नोलाॅजी की मशीने हैं। यह लैब उत्तराखंड राज्य में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की पहली लैब है। कोविड-19 की आरटीपीसीआर टेस्टिंग के लिए लोगों को नियमानुसार अपने आधर कार्ड की छायाप्रति जमा करना आवश्यक होगा, अस्पताल में पंजीकरण के बााद जांच पूर्णतया निःशुल्क है।
राजकीय मेला अस्पताल में स्थापित आरटीपीसीआर लैब में पैथोलोजिस्ट डाॅ. तेजस्विता बिष्ट, माईक्रोबायोलोजिस्ट गौरव श्रीवास्तव, लैब तकनीशियन नितिन कुमार शर्मा अपना योगदान दे रहे है। लैब नोडल अधिकारी डाॅ. निशात अंजुम ने महानिदेशक डाॅ. तृप्ति बहुगुणा, जिलाधिकारी सी रविशंकर, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. शम्भू झा, चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. राजेश गुप्ता, मेला चिकित्सालय के नोडल अधिकारी डाॅ. अनमोल सिंह के निरन्तर सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया है।
लैब के शुभांरभ के दौरान डाॅ. वैभव कोहली, डाॅ. प्रदीप बिष्ट, डाॅ. निशा भारद्वाज, डाॅ. करिश्मा, कुंती सिसोदिया, अंकिता, आरती, परवेज, रिंकी, महेश ढींगरा, उमेश सैनी, राहुल, अशोक, ट्टतंशु, खुशीपाल, विजय, हिमांशु आदि मौजूद रहे।