डकैती का मुख्यारोपी सतीश चौधरी
मुख्य आरोपी पर हैं विभिन्न राज्यों में दर्ज हैं एक दर्जन मुकदमें
हरिद्वार पुलिस ने ताऊ गैंग के सक्रिय सदस्य को दबोचने में मारी बाजी
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। मोरा तारा ज्वेलर्स शोरूम में दिनदहाडे डकैती डालने वाले ताऊ गैंग देश के अलग-अलग राज्यों में बड़ी-बड़ी वारदातों की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। वारदात को अंजाम देने के लिए गिरोह के सरगना सोची समझी रणनीति के तहत काम करते हैं। घटना को अंजाम देने से पहले शहर की रैकी करने के बाद गिरोह में शामिल सदस्यों को अलग-अलग काम लगाते हैं, वारदात करने से दो दिन पहले सदस्यों को बताया जाता है तब वह अपने मोबाइल भी बंद कर देते है। गिरोह में शामिल घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस की नजर से बचने के लिए रास्ता बदल—बदल कर अपने ठिकाने पर पहुंचते हैं, बड़ी वारदात को अंजाम देने से पहले गिरोह में शामिल सदस्य एक सप्ताह पहले ठिकाना बदल लेते हैं, ताकि उन पर कोई शक न हो ताऊ गैंग के मुख्य सरगना इंद्रपाल चौधरी के जेल में बंद होने के बाद सतीश चौधरी गैंग का संचालन कर रहा है, वह वारदात में नए-नए चेहरों को इस्तेमाल करता है, ताऊ गैंग ने उड़ीसा दिल्ली, पंजाब, पश्चिमी बंगाल, मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व गुजरात राज्य में डकैती की घटनाओं को अंजाम दे चुके है, सभी राज्यों की पुलिस गैंग की तलाश कर रही है, मोरा तारा शोरूम ज्वेलर्स में डकैती की वारदात में उत्तर प्रदेश पुलिस से बर्खास्त सिपाही संजय उर्फ राजू भी शामिल था, बर्खास्त सिपाही हत्या के मामले में आजीवन कारावास काट रहा है, फिलहाल पैरोल में जेल से बाहर आया हुआ था, डेढ़ साल पहले हरिद्वार में डकैती डालने का प्लान बनाया था पर शोरूम से काले शीशे की फिल्म हट जाने की वजह से डकैती का प्लान बदलना पड़ा। डकैती के मुख्य आरोपी सतीश चौधरी पर विभिन्न राज्यों में करीब एक दर्जन मुकदमें दर्ज है। उत्तराखंड पुलिस ने ताऊ गैंग को गिरफ्रतार कर बड़ी सफलता हासिल की है।

