
मृतका के कपडे, बालों का गुच्छा, जबडा व स्कूटी बरामद
एक माह पूर्व गंगनहर किनारे जंगल में गला घोट कर की थी हत्या
मामी की हत्या कराने वाला भांजा पूर्व में जा चुका जेल
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। करीब एक माह पूर्व महिला की हत्या मामले में फरार चल रहे दूसरे हत्यारोपी को भी सिड़कुल पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर क्षेत्र से गिरफ्रतार कर लिया। हत्यारोपी की निशानदेही से पुलिस ने मिट्टी में सने महिला के कपड़े, बालों को गुच्छा, जबडा मय दांत सहित हत्या में इस्तेमाल स्कूटी बरामद की है। पुलिस द्वारा महिला के कपड़े, बालों को गुच्छा, जबडा मय दांत डीएनए टेस्ट के लिए भेजा जा रहा है। पुलिस के मुताबिक दबोचे गये हत्यारोपी को जेल जा चुके आरोपी ने अपनी मामी की हत्या में मदद के लिए एक लाख रूपये देने की पेशकश की थी। पुलिस ने हत्यारोपी के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
सिडकुल थाना प्रभारी एलएस बुटोला ने बताया कि काजल नेगी पुत्री चंदन सिंह नेगी निवासी विष्णु विहार काॅलोनी हेतमपुर सिडकुल हरिद्वार ने 14 जून 21 को तहरीर देकर अपनी मां लता नेगी उम्र करीब 38 वर्ष के लापता होने की गुमशुदगी की दर्ज कराई थी। तहरीर में कहा था कि 10 जून को उसकी मां घर से रोशनाबाद जाने निकली थी, लेकिन वापस लौट कर नहीं आयी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर महिला की गुमशुदगी दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। जब पुलिस ने मामले की गहराई तक तक पहुंची तो मामला कुछ ओर निकल कर सामने आया।
महिला के लापता के पीछे मृतका के भांजे अंकित पुत्र गोविंद निवासी मानपुर शिवपुरी धामपुर बिजनौर उत्तर प्रदेश की भूमिका संदिग्ध् नजर आयी। पुलिस ने भांजे को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पहले वह मामी के लापता के सम्बंध् में अनभिज्ञता प्रकट करता रहा। लेकिन जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो उसने महिला की गुमशुदगी से पर्दा उठा दिया। पूछताछ के दौरान भांजे अंकित ने बताया कि उसने अपने दोस्त अमन चौहान पुत्र गजेन्द्र सिंह निवासी उमरपुर आशा शेरकोट बिजनौर यूपी के साथ मिलकर हत्या करने का खुलासा किया। पुलिस ने भांजे को 29 जून को गिरफ्रतार कर लिया। जिसके खिलाफ पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
वहीं पुलिस फरार दूसरे हत्यारोपी की तलाश में जुट गयी। पुलिस ने फरार आरोपी के घर व सम्भावित ठिकानों पर छापेमारी की गयी। लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। पुलिस फरार हत्यारोपी की तलाश में जुटी ही थी कि मंगलवार की शाम को मुखबिर से सूचना मिली कि महिला हत्या मामले का दूसरा आरोपी रोशनाबाद स्टेडियम के पास से गिरफ्रतार कर लिया। पूछताछ के दौरान हत्यारोपी अमन चौहान ने बताया कि घटना से तीन-चार माह पूर्व उसकी दोस्ती अंकित से हुई थी। अंकित ने उसको बताया था कि उसके अपनी मामी लता नेगी से अवैध् है। जिसको उसने 18 लाख रूपये का मकान खरीदकर हेतमपुर में दिया है। लेकिन वह उसके कहने सुनने में नहीं है। इसलिए वह उसकी हत्या कर मकान अपने नाम कराना चाहता है। अंकित ने उसको लता नेगी की हत्या करने में मदद करने पर एक लाख रूपये देने की पेशकश की थी।
आरोपी ने खुलासा किया कि 10 जून को वह अंकित से मिलने आया और हत्या के लिए महफूस जगह तलाश कर योजना के तहत वह खुद गंगनहर के किनारे रूक गया। और अंकित स्कूटी लेकर अपनी मामी को लेने चला गया। अंकित स्कूटी से अपनी मामी को लेकर देर शाम मौके पर पहुंचा और हम तीनों आपस में बात करते हुए नहर किनारे जंगल के भीतर चले गये। जहां पर दोनों ने लता नेगी की गला घोट कर हत्या कर शव को वहीं फैंक कर वापस चले आये। अंकित ने उस दिन उसको पांच हजार रूपये दिये जिसके बाद वह वापस बिजनौर आ गया।
पुलिस ने अमन चौहान की निशानदेही से मिट्टी में सने मृतका के कपडे, बालों का गुच्छा, जबडा मय दांत सहित हत्या में इस्तेमाल स्कूटी बरामद की है। पुलिस ने बरामद बालों के गुच्छे व जबडे को डीएनए जांच के लिए भेजा जा रहा है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।