
चैनल में डिबेट के दौरान स्वामी रामदेव के साथ अभद्रता का मामला
वरिष्ठ अधिवक्ता अरूण भदौरियां ने की थी पुलिस से शिकायत
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। वरिष्ठ अधिवक्ता अरूण भदौरिया ने स्वामी रामदेव के मामले में कनखल पुलिस द्वारा आईएमए के महासचिव सहित दो के खिलाफ कोई कार्यवाही न करने पर न्यायालय की शरण ली है। जिसमें न्यायालय में सुनवाई करते हुए कनखल पुलिस से इस सम्बंध् में 11 जून तक रिपोर्ट तलब की है।
बताते चले कि वरिष्ठ अधिवक्ता अरूण भदौरियां ने गत दिनों कनखल थाने में तहरीर देते हुए शिकायत की थी कि एक चैनल पर स्वामी रामदेव और आईएमए के डाॅ. जयेश एम लेले व डाॅ. राजन शर्मा के बीच डिबेट हुई थी। उस दौरान आईएमए के डाॅक्टरों ने स्वामी रामदेव के साथ जमकर अभद्रता करते हुए गलत शब्दों का प्रयोग किया गया। डिबेट के दौरान डाॅक्टर राजन शर्मा ने तो धोती कुर्ता डालकर कोविड-19 काम करने के लिए अभद्रता जैसे शब्दों का प्रयोग किया और जो एंकर वहां मौजूद थे।
उन्होंने भी इन दोनों को आराम से आराम से बोलने को कहा कि जो भी बात कहनी है आप आराम से कहिए और इन दोनों डाॅक्टरों ने स्वामी रामदेव से इतनी अभद्रता कि उन्हें मजबूर कर उकसाया और मजबूर होकर स्वामी रामदेव जी ने कहा कि भाई आप सब स्वामी रामदेव की जान लेना चाहते हो क्या? इन डाॅक्टरों की इस तरह की गई अभद्रता के कारण हमारी भावनाएं हुई। लेकिन कनखल पुलिस ने वरिष्ठ अधिवक्ता अरूण भदौरियां की तहरीर पर कोई कार्यवाही नहीं की।
इसी मामले को लेकर उन्होंने एसएसपी को भी शिकायत की गयी। लेकिन वहां से भी कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसको लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता अरूण भदौरिया ने न्यायालय की शरण ली। जिसपर न्यायालय जीएम द्वितीय हरिद्वार में मुकदमे की सुनवाई हुई। जिसपर न्यायालय द्वारा 11 जून 2021 में थाना कनखल से इस संबंध् में रिपोर्ट तलब की गयी है।