
एमडी एनएचएम से वार्ता के बाद भी नहीं निकला कोई हल
संगठन अपनी नौ सूत्राीय मांगों को लेकर लम्बे समय से संघर्षरत
संविदा कर्मचारी संगठन ने होम आइसोलेशन का समय बढाया
लीना बनौधा
हरिद्वार। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन उत्तराखण्ड के पदाधिकारियों की नौ सूत्रीय मांगों को लेकर एमडी एनएचएम के साथ वार्ता हुई। एमडी ने कर्मचारी संगठन की कुछ मांगों केे मान लेने की दी जानकारी, लेकिन मांगों के सम्बंध् में लिखित में कुछ नहीं दिया। जिसपर कर्मचारी संगठन पदाधिकारियों द्वारा घोषित दो दिवसीय 1-2 जून तक प्रदेश भर के कर्मचारियों का होम आइसोलन कार्यक्रम को 6 जून तक बढा दिया। कर्मचारी संगठन ने स्पष्ट किया हैं कि जब तक उनकी मांगों पर निर्णय नहीं होगा, तब तक प्रदेश का कोई भी कर्मचारी काम पर नहीं लौटेगा और होम आइसोलेशन पर रहेगा।
इस बात की जानकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन के जिला महामंत्री वार्णिक चौधरी ने देते हुए बताया कि कर्मचारी संगठन अपनी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर लम्बे समय से संघर्षरत है। उनकी मांगे सामूहिक स्वास्थ्य बीमा एवं गोल्डन कार्ड सुविधा दिये जाने, सेवा के दौरान किसी कर्मचारी की मृत्यु के बाद उसके परिवार को आर्थिक मदद करते हुए रोजगार देने, वर्ष 2018 से लंबित लाॅयल्टी बोनस का भुगतान करने, कर्मचारियों के वेतन विसंगति को दूर करने, विभागीय ढांचे में कर्मचारियों के लिए एक्स कैडर का गठन करने, सेवा नियमावली एवं एचआर पाॅॅलिसी लागू करने, आउटसोर्स एवं ठेके पर नियुक्ति के फैसले का रद्द करने, ढांचागत पदों की नियुक्ति में एनएचएम कर्मचारियों को प्राथमिकता देने और वार्षिक वेतन वृद्धि पांच प्रतिशत से बढाकर दस प्रतिशत की जाने सम्बंधि मांगे है।
प्रदेश के आहवान पर कर्मचारियों की मांगों को नजर अदांज करने पर दो दिवसीय होम आइसोलेशन का निर्णय लिया गया था। जिसके सम्बंध् में लिखित तौर पर जिला अस्पताल हरिद्वार, मेला अस्पताल, राजकीय महिला चिकित्सालय और ब्लड बैंक हरिद्वार के प्रमुख अधीक्षक को अवगत करा दिया था। लेकिन दो दिन लगातार प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों से एमडी से वार्ता में कोई सकरात्मक हल नहीं निकला है।
एमडी द्वारा कुछ मांगों के माने की बात तो कर रहे हैं लेकिन माने जाने वाली मांगों के सम्बंध् में कोई लिखित जानकारी नहीं दी गयी है। जिसको लेकर प्रदेश के आहवान पर दो दिवसीय होम आइसोलेशन को बढाते हुए 6 जून तक कर दिया गया है। उसके पश्चात पर उनकी मांगों पर गम्भीरता से विचार नहीं किया गया तो प्रदेश पदाधिकारी जो निर्णय लेगें, उसका पालन किया जाएगा।
मेला अस्पताल से कमल पांडे, धीरेन्द्र नेगी, धन्न्जय सोनी, ज्योती कामरा, प्रभा चमोली, मनजीत, शमा प्रवीन, गौरव श्रीवास्तव, डाॅ. राजीव रंजन, डाॅ. ज्ञान सिंह, हिमानी थपलियाल, प्रियंका नेगी, मीनू, शलमा, दीपिका, वर्णिका, माधुरी रावत, रजनी चौहान, प्रतिभा, मोनिका, वर्णित चौहान, बृजेश, बिंदु, प्रेरणा, रश्मि, सिम्मी, नवीन बिनोला, लाल खान आदि होम आइसोलेशन में रहे।