वेदप्रकाश चौहान
हरिद्वार। कोरोना का कर्फ्यू का भरपूर फायदा उठाकर नगर पुलिस की सांठ-गांठ से अवैध शराब तस्कर हरिद्वार नगर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश सहित दिल्ली व हरियाणा से बड़ी मात्रा में नकली व अवैध शराब की सप्लाई दो से तीन गुना अधिक दामों में धड़ल्ले से कर रहे हैं।
आलम यह है कि शहर के पुराने रानीपुर मोड़, विकास कालोनी के पीछे, देवपुरा, मायापुर क्षेत्र, श्रवण नाथ नगर, बस अड्डा पुरुषार्थी मार्केट, ज्वालापुर बाईपास मार्ग, बिल्वकेश्वर कालोनी के पास, रेलवे रोड़ पुरुषार्थी मार्केट, इंद्रबस्ती, झलकारी बस्ती, इंडस्ट्रीयल एरिया, ब्रह्मपुरी, रोड़ी बेलवाला, पंतद्वीप मैदान, हरकी पौड़ी, भीमगोडा, भूपतवाला, नीला धारा के पास बनी बस्तियों सहित सप्तसरोवर आदि क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर नगर पुलिस की मिलीभगत से नकली व अवैध शराब की सप्लाई खुलेआम हो रही है, जिसके चलते नगर कोतवाली पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में है।
देश में कोविड महामारी के चलते हर राज्य अपने अपने हिसाब से अपने राज्यों में लाकडाउन लगा रहे हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिये उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड ने भी लॉक डाउन का सहारा लिया हुआ है। मगर दोनों राज्यों में कोरोना कर्फ्यू के अलग अलग नियम है जहां उत्तराखंड में सभी तरह के शराब की दुकानें बंद हैं वहीं उत्तर प्रदेश में शराब की दुकानें चार घंटे के लिए खोली जा रही हैं और उत्तर प्रदेश की सीमाओं से लगे उत्तराखंड के क्षेत्रों में कच्ची, देशी व अंग्रेजी शराब अवैध रूप से जबरदस्त तरह से सप्लाई हो रही है। इतना ही नहीं ये शराब दो से तीन गुने दामों पर बेची जा रही है। साथ ही साथ नकली व मिलावटी शराब का धंधा भी बड़े जोर शोर से चल रहा है। गौर हो कि दो साल पहले नकली एवं मिलावटी शराब पीने से जनपद हरिद्वार के झबरेड़ा क्षेत्र के गांव में सैैकड़ों लोगों की जान चली गयी थी। यदि उत्तराखंड सरकार ने नगर कोतवाली की मिलीभगत से हो रही इस अवैध शराब की सप्लाई पर हस्तक्षेप करते हुए रोक नहीं लगाई तो अवैध शराब के इस काले कारोबार से फिर कोई घटना घटित हो सकती है, जिसका सीधा सीधा दोष नगर कोतवाली पुलिस पर लगना लाजमी है।
