दोनों की बारात में हुई थी किसी बात को लेकर कहासुनी
घर लौटने पर दोबारा हुए विवाद में गयी जान, हत्यारोपी गिरफ्रतार
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। बारात में पडोसी के साथ हुई कहासुनी को सहकारिता बैंक कर्मी की घर लौैटने के बाद दोबारा विवाद पर सिर में ईंट मारकर हत्या कर दी। घटना से क्षेत्र में हड़कम्प मच गया। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपूर्द कर दिया। मृतक के पिता की तहरीर पर पडोसी हत्यारोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्रतार कर लिया।
कनखल एसएसआई राजेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि मौहल्ला संगरावाला जगजीतपुर कनखल से रविवार की दोपहर को बारात बहादरपुर जट गयी थी। जहां पर किसी बात को लेकर परमजीत पुत्र सुन्दरलाल उम्र 32 वर्ष और पडोसी मोहित पुत्र नरेश उम्र 26 वर्ष निवासीगण मौहल्ला संगरावाला कनखल हरिद्वार की कहासुनी हो गयी। दोनों युवकों के विवाद को बारात में शामिल अन्य लोगों ने समझा बुझा कर शांत करा दिया, बारात देर शाम को वापस लौट आयी।
बताया जा रहा हैं कि रात करीब साढे आठ बजे परमजीत घर के बाहर अपने चचेरे भाईयों व चाचा के साथ खड़ा होकर बारात में हुए विवाद को बता रहा था। इसी दौरान मोहित भी मौके पर पहुंच गया और फिर दोबारा दोनों के बीच विवाद हो गया। इसी दौरान मोहित ने ईंट उठाकर परमजीत के सिर पर दे मारी। जिससे वह बेहोश हो गया, लेकिन आरोपी मोहित मौके से भाग खड़ा हुआ। घायल परमजीत को परिजन उपचार के लिए निजी अस्पताल ले गये। जहां पर चिकित्सकों ने उसको मृत घोषित करते हुए पुलिस को सूचित कर दिया। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर घटना की जानकारी ली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए रात को ही जिला अस्पताल भेज दिया।
मृतक के पिता सुन्दर लाल पुत्र हरीश चंद की ओर से हत्यारोपी के खिलाफ कनखल थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस ने हत्यारोपी को दबोचने के लिए घर और सम्भावित ठिकानों पर छापेमारी की गयी। लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर हत्यारोपी मोहित को रूड़की हरिद्वार रोड गुरूकुल तिराहे से सोमवार की तड़के गिरफ्रतार कर लिया। जोकि कही भागने की फिराक में वाहन के आने का इंतजार कर रहा था। मृतक बादशाहपुर स्थित सहकारिता बैंक में तैनात था।
पुलिस ने सोमवार को मृतक के शव को पोस्टमार्टम के पश्चात परिजनों के सुपूर्द कर दिया। वहीं हत्यारोपी का मेडिकल कराने के बाद उसको न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसको जेल भेज दिया।

